जय माँ शेरावाली
जय माँ शेरावाली
जय माँ शेरावाली, जय माता भवानी।
हे दुखहारिणी , मंगल करनी
तेरी जय -जयकार मैया।
मैया रानी का द्वार सजा है
हलवा -पूरी का भोग लगा है
माता आई है डोली में बैठकर
लाल रंग से सजा है चोला
माता की आँखों से “नूर” बरसता है
मैया के नाम से ही भाग्य चमकता है
आओ सब मिलकर करे जगराता।
सज गए माता के मंदिर
लग गए नए -नए पंडाल
हर जगह बज रहा शंख
सज गए पूजा के थाल।
हे माँ! ऐसा दो वरदान
सबके घर मे हो माँ शक्ति का वास
सबके भाग्य सवारों माता
हर घर से संकट हरो माँ
हर घर में हो सुख – समृद्धि का वास।
बोलो साँचे दरबार की जय !!
रचयिता नम्रता गुप्ता