मुसीबतें
मुसीबतें
मुसीबतों से लोगों का पुराना नाता है
कभी दुःख आता है , तो कभी सुख आता है
मुसीबतें न हो ज़िन्दगी मे तो ज़िन्दगी वीरान सी हो जाएगी
मुसीबतें न हो ज़िन्दगी मे तो खुशियां कहा मेहमान सी हो पाएगी
ज़िन्दगी की शाखों मे मुसीबतें पत्ते की तरह होती है
ज़िन्दगी अपनी शाखाओं मे सुख – दुःख की मोती पिरोती है
मुसीबतें आकर हमें और भी मजबूत बनाती है
मुसीबतें आकर हमारी ज़िन्दगी मे छोटी – छोटी खुशियों के महत्व को दर्शाती है।
नम्रता गुप्ता
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Thank you