मेरे जीवनसाथी
Dedicated to my hubby on our 15th marriage anniversary 03.02.2023
मेरे जीवनसाथी
कुछ आंखों से झलकता है कुछ दिल की जुबानी है,
यह तेरा मेरा प्यार हर रोज बुनता नई कहानी है।
मानो जैसे कल ही तो देखा था उस नए से चेहरे को,
फिर एक दिन मंडप में निहार रही थी उसी दूल्हे के सेहरे को।
सच कहूं तो कई महीनों तक यकीन ही नहीं हुआ कि कब कैसे यह रिश्ता जुड़ा,
कब ये मेरा दिल धीरे धीरे तेरी ओर मुड़ा।
कई खुशी और गम के पल साथ साथ बिताए हैं
पीछे मुड़कर देखो तो है लगता सब यादों के साए हैं…
रूठने मनाने झगड़े सुलझाने में भी बीते कई पल,
आखिर साथ मिलकर ही ढूंढे हैं कई समस्याओं के हल ।
मैं यह नहीं कहती कि जैसा सोचा था वैसा ही जीवन साथी पाया है ,
पर तुम ही थे नसीब मेरा ये तो आसमानों से लिख कर आया है।
चलते रहे साथ में नए लोग नये रिश्ते मिले,
अपना भी एक परिवार बना और दो सुंदर फूल खिले।
इन्हीं नन्ही खुशियों के साथ ये दिन बीतते चले जाए,
बाकी का सफर जिंदगी का यूँ ही हंसी-खुशी कट जाए।
साथ निभाएंगे आखरी दम तक रखेंगे एक दूजे का ख्याल,
जोड़ी सलामत रहे अपनी पतिदेव, मुबारक हो शादी के 15 साल….!
रचयिता – आरती
अति सुंदर आरती जी। बधाई हो।
Thanks sirji 😊