नारी
नारी
हर पल एक आवाज़ है आती
हर पल मुझसे कुछ है कहती
तू अपनी क्यों नहीं सुनती
दूसरों की ख़ुशी में ही बहती….!
तू भी एक इंसान है,
तू अपने हक़ के लिए
क्यों नहीं किसी से कुछ कहती?
तू जननी है, तू जीवन है
तेरी पहचान किसी की मोहताज नहीं
तू सशक्त है, तू सबल है
तू नारी है, तू कमज़ोर नहीं
नारी होना ही है तेरी पहचान
तुझसे ही जुड़े है रिश्ते सारे
पूरे परिवार को जोड़कर रखती है तू
सारे रिश्ते भी चलते है तेरे सहारे
हर घर के आंगन की बगिया भी
तेरी खुशबू से ही है महकती
हर पल एक आवाज़ है आती
हर पल मुझसे कुछ है कहती
तू कमज़ोर नहीं है, अबला नहीं है
तू सृष्टि की फुलवारी है
तू चुनौतियों से भरी,
आज की सशक्त नारी है !
नारी दिवस की शुभकामनायें !
नम्रता गुप्ता
Photo by Rahul Pandit: https://www.pexels.com/photo/13966668/