आई दिवाली
आई दिवाली
देखो देखो आई दिवाली,
खुशियों की बहार लायी दिवाली ।
दीयों की सज रही है कतार,
इससे जगमगा रहा पूरा संसार ।
चलो-चलो खुशियों के दीप जलाएंगे,
सब मिल जुल कर ख़ुशी मनाएंगे ।
घर आँगन सब लग रहे नए – नए अब,
नए-नए परिधान फब रहे है सब पर ।
अब तो चलेंगे खूब बम-पटाके,
मिल जुल कर करेंगे हम धूम धड़ाके ।
अब तो रंगों की रंगोली होगी,
पकवानों से भरी थाली होगी,
सबके घर मे हो माता लक्ष्मी का वास,
सबके लबों पे हो मिश्री सी मिठास,
चलो- चलो दोस्तों से मिलकर उनको भी दे बधाई,
दिवाली, दिवाली है आई !!
रचयिता नम्रता गुप्ता