ठहराव
ठहराव
समंदर की गहराईयों में
लहरें जब थम जाती है
लोग कहते हैं, ज़रा संभल कर चलो दोस्तों
खुदा का फरमान आया है ।
जीवन में ठहराव का आगमन
और बारिश के बूंद का उजालापन
फरिश्तों का धरती पर
हमारे लक्ष्य के गगन में एक सुनहरा पड़ाव है ।
भावनाओं के कश्मकश में रुका हुआ शब्द
दिल के समंदर में तैरने लगा
रब्ब जाने , कौन सी मंजिल का ठिकाना है
तारों के जगमगाहट से जीवन फिर से सुनहेरा होने लगा।
पॉली हैंडीक