वादा
वादा
समेट लूंगी सँभाल लूंगी
छोड़ दो मुझ पर
मेरा यकीन कर
संमदर सी फितरत है मेरी
डूबने दूंगी नहीं कभी
उछाल दूंगी ।
तुम्हारे दर्द,
खाली तुम्हारे न होंगे
मैं बाँट लूंगी उन्हें
तुमको उबार लूंगी ।
ख्वाबों के टूटने का
डर दिल से निकाल दो
तुम्हारी पलकों से
चुनके ख्वाब
अपनी आँखो में उतार लूंगी ।
हालात हो कुछ भी,
रहोगे न तन्हा
मैं हर हाल, हरपल
तुम्हारा साथ दूंगी ।
मीनू यतिन