जब तक साँस बाकी है
जब तक साँस बाकी है
बेचैनियाँ देती हैं वजह अक्सर
नया कुछ खोज लाने की,
सहूलियतें अक्सर
आगे बढ़ने से रोक देती हैं ।
नहीं गर पास खोने को
तो बस पाना ही होगा,
यही है चाह तो,
दुश्वारियां भी रस्ता छोड़ देती हैं ।
हासिल करोगे कुछ तो
तमाम लोग रिश्ते गिनाएगें।
जो हैं सच में तेरे अपने
गम हो कि खुशी
हमेशा साथ आएगें।
तेरी मेहनत, हौसला तेरा
तुम्हारा सच्चा साथी है ।
लडो़, के जब तक
साँस बाकी है ,
जब तक साँस बाकी है,
तब तक आस बाकी है।
मीनू यतिन