बारिश की बूंदे
जब खिड़की खोलू तो तब अंदर आती है बूंदे बारिश की
सूरज के खिलाफ की साज़िश कि कहानी बताती है बूंदे बारिश की
Namrata Gupta – STAR AUTHOR OF STORYBERRYS
Namrata is happy to discover a ‘Writer’ in her. She loves to read, write, dance and singing.
जब खिड़की खोलू तो तब अंदर आती है बूंदे बारिश की
सूरज के खिलाफ की साज़िश कि कहानी बताती है बूंदे बारिश की
“माँ” पर क्या लिखू?… माँ ने तो हमे लिखा है…
ख्वाइशें…शायद ही कोई ऐसा इंसान है जिसकी हर ख्वाइशें पूरी हो जाती हो. “ख्वाइशें” शब्द सुनकर ही मन एक अलग ही दुनिया में चला जाता है
जब भी ये दिल घबराया है
शिव मैंने तुमको अपने निकट ही पाया है
‘गहराइयाँ’ सस्वर पाठ नम्रता गुप्ता (poetry Recitation)
प्यार क्या है ?
एक एहसास ही तो है…
एक विश्वास ही तो है….
दूर दूर तक भागती है ज़िन्दगी
खुद् मे खुद को तलाशती है ज़िन्दगी
पर्वत कहता है अपना शीश उठाकर
तुम भी ऊँचें बन जाओ
“पल्लवी, पल्लवी जल्दी करो यार! देर हो रही है हमे” आकाश की बाते पल्लवी के दिलो-दिमाग में तरंगे पैदा कर रही थी
क्यों जज्बातों के घेरों मे उलझ जाता है
क्यों अतीत के साए से लिपट जाता है