Hindi / Poetry June 22, 2021 by Sweta Gupta by Sweta Gupta · Published June 22, 2021 · Last modified November 16, 2021 मर्कट मन मर्कट मन है मेरा, कोई इसको बांध ले आओ रे, कभी हंसाता, कभी रुलाता, कोई इसको समझाओ रे।