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गुरुवाणी

नानक देव घर-गृहस्थी में रहते हुए, नौकरी करते हुए ब्रह्मानंद की खोज में अनवरत लगे रहे|

संतत्व का मूलमंत्र है सुरति

स्तुति करने वाले उसकी स्तुति करते हैं, लेकिन उन्हें उसकी स्मृति नहीं मिली| नदी और नाले समुद्र में गिरते हैं, लेकिन वे उसको जान नहीं सकते|